रविवार, फ़रवरी 20

चाहत और भी है-भाग 11 Want More - part 11

यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।

चाहत और भी है-भाग 11


अरु अब हर रोज़ अपने सपनो को, इन पालो को जिया करता है। इस तरह उसकी जिंदगी के वो सबसे खास पाँच दिन बन गए। जिसका एक एक पल उसके दिल और दिमाग मे छ्प गया।(मैं आप को सब बताना नहीं चाहता। और बताने के लिए कोई शब्द भी नहीं है।) आज पूरे पाँच दिन हो गए। सारा के साथ। अब अरु को ड्यूटी भी जाना है। क्योंकि वो भी जरूरी है। सुबह हि अरु ने तैयारी कर ली। सारा ने पुच्छा क्या कर रहे हो ?कुछ नहीं जाने कि तैयारी कर रहा हूँ। अरे ये क्या, तुम रो क्यूँ रही हो? हमेशा के लिए तो नहीं जा रहा। फिर आ जाऊंगा, जब तुम बुलाओगी। सारा देखो तुम्हारे ये आंसू बहुत कीमती है। मेरे लिए मत बहाओ।  सारा ने कहा- अरु आप मत जाओ , मैं आप के बिना नहीं जी सकती। मुझे छोड़ कर मत जाओना। मैंने कहा - देखो काम नहीं करूँगा तो तुम्हें और हमारे बच्चे को कैसे पालुन्गा? आप हि बताओ ? तुम्हारे आंसू निकल रहे है, अब मैं इन्हे पी लेता हूं। आप मुझसे जितना प्यार करती हो, उतना प्यार कोई और नहीं कर सकती। आओ मेरी बाहों मे और सुनो मेरे दिल कि धड़कन। जो तुम कहती हो, मेरा दिल भी वही कहता है। मैं भी चाहता हूँ कि हमेशा के लिए तुम्हारी बाहों मे इसी तरह से रह जाऊ। कहीं ना जाऊ तुम्हें छोड़ कर, पर दिल पर पत्थर रख कर, हर बार जाना हि पड़ता है। घर परिवार को छोड़ कर जाना हि पड़ता है। जितना दर्द तुम्हें हो रहा है उतना हि मुझे भी हो रहा है। दिल के दर्द को दिल मे हि दबाना पड़ता है। फिर सारा ने कहा - ठीक है आप जाओ पर जल्दी आ जाना।




This story is completely fictional, it has nothing to do with any person, thing, or place.

 Want More - part 11

Aru now lives his dreams every day, on these feet.  In this way they became the most special five days of his life.  Whose every moment was hidden in his heart and mind. (I don't want to tell you everything. And there are no words to tell.) It's been five full days today.  with Sarah.  Now Aru has to go to duty also.  Because that too is necessary.  In the morning, Aru made preparations.  Sara asked what are you doing? I do not know that I am preparing.  Hey what, why are you crying?  It's not going forever.  I will come again when you call.  Look all, these tears of yours are very precious.  Don't shed for me  Sara said- Aru you don't go, I can't live without you.  Don't leave me.  I said - look, if I will not work, then how will I take care of you and our child?  you tell me  Your tears are coming out, now I drink them.  No one else can love you as much as you love me.  Come in my arms and listen to the beat of my heart.  Whatever you say, my heart also says the same.  I also want to stay like this in your arms forever.  I don't go anywhere except you, but you have to go every time, keeping a stone on your heart.  Have to leave home and leave the family.  I am also feeling as much pain as you are suffering.  The pain of the heart has to be suppressed in the heart itself.  Then Sarah said - okay you go but come early.

previous                               next

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें