घटा बने के सनम आसमान पर, मैं तो छा गई ।
जो रोयी सनम तेरी याद मे तो, बरसात हो गई ।
मै रोयी, मेरे दूख मे, आसमान भी रोया।
मैंने भिगोयी चुनरी, उसने जग को भिगो दिया।
टूट गये वो तारे सारे, जिनके दिल टूट गये।
कैसे करेंगे इच्छा पूरी, जो खुद हि छुट गये।
चलि गई पूनम की राते, अमावस हो आ गई।
When the sky became cloudy, I was engrossed in it.
The one who cried in your memory, Sanam, it rained.
I cried, in my sorrow, the sky also cried.
I soaked the chunri, he soaked the jug.
All those stars were broken, whose hearts were broken.
How will you fulfill your wish, which you yourself have been freed from?
Poonam's night has gone, Amavas has come.
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