शनिवार, जनवरी 29

चाहत और भी है-भाग 1 Want More - Part 1

यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।

चाहत और भी है-भाग 1

वो अपनी जॉब पर वापिस आ गया पर उसका पहले कि तरह काम मे मन नहीं लगता है। करता कुछ हैं, होता कुछ और है, कहीं बैठ कर दिन भर किसी के बारे मे सोचता हैं, क्या करे उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। तब मैंने उसको चिन्तित देखा। उसे इस तरह देख मुझसे रहा नहीं गया। मैंने उससे पूछा, वो इतना उदास क्यों है। उसने मुझसे अब तक का सब हाल कह सुनाया। वहीं सब मैं आप को बता रहा हूँ।

उसका नाम अरु है।  वो आज बहुत खुश है। हमेशा के दिन से अलग, आज के दिन कि सुरुवात उसके लिए कुछ खास है ।सुबह का सूरज पूरब मे लाली बिखेरे निकलने को छटपटा रहा है। चिड़िया भी चहचाह रही है ठंडी ठंडी हवाओं के झोंके पेड़ो के पत्तों के साथ खेल खेल रही है ।अरु आज सुबह जल्दी उठ गया  है। नहा कर अरु तैयार हो गया क्योंकि आज का दिन उसके लिए बहुत खास दिन है ,26 जनवरी जी हा गनतन्त्र दिवश पूरा देश जहां देश भक्ति के रश मे गोते लगा रहा है ।वहीं अरु का छोटा सा गाँव तो जैसे देश भक्ति के रश मे डूब हि गया हो।चारों ओर बस देश भक्ति गीत हि सुनाई दे रहें है । ये छ्न बहुत हि अच्छे लग रहे हैं। एक ओर प्रक्रिति  अपनी खुशियाँ बिखेर रही है तो एक ओर ये मधुर संगीत ।उसे तो पता हि  नहीं कि वो आप लॉगो को ये खुशी किस तरह बताये।अरु करीब एक साल और छह महीने बाद अपने गांव वापिस आया है। ये खुशी दुगुनी होना तो स्वाभाविक हि है। घर के पास हि खड़ा वो देख रहा है स्कूल के बच्चों कि रैली आ है।  बच्चे एक कतार मे चल रहे है और देश भक्ति गीत गाते हुये कदम से कदम मिला कर आगे बढ़ रहे है। रैली के साथ साथ बड़े बूढ़े और अरु के कुछ दोस्त भी चल रहे है,अरु भी उस रैली मे शामिल हो लिया और स्कूल जा पहुचा। स्कूल मे सबसे पहले ध्वज फहराया ,फुलो कि बारिश हो गई, तिरंगा सीना तान कर आसमान मे खड़ा हो गया, फिर राष्ट्र गान गाया, फिर तिरंगें को सलामी दी और सभी अपने अपने स्थान पर बैठ गये। अब तक सूरज निकल गया और उसकी धुप सभी पर आ रही है। कुछ हि देर मे सांस्कृतिक कार्यक्रम आरम्भ हो गए। छोटे छोटे बच्चे अपनी अपनी प्रस्तुति दे रहे है रंगा रंग कार्यक्रम का आनंद बड़ा हि सुख दायक है। फिर प्रसाद वितरण हुआ अरु ने भी प्रसाद लिया और घर कि ओर बढ़ने लगा । अरु को अपनी दीदी कि याद आ गई, उसने फोन निकाला और दीदी को कॉल किया (उनके घर फोन नहीं है इसलिए उनके पड़ोस मे कॉल करना पड़ता है।) कुछ देर फोन कि बेल गई और किसी लड़की ने कॉल उठाया उसको अरु ने अपना नाम बताया और कहा मुझे दीदी से बात करना है। उस लड़की ने कहा आप कि दीदी से बात नहीं हो सकती, आप मुझसे हि बात कर लो ,अरु को उनकी आवाज़ बहुत हि प्यारी लगी, अरु ने कहा आप मुझे जानती है ?उसने हा मे जवाब देते हुए कहा मैं आप को जानती हू और आप से बात करना चाहती हूँ ।ये सुन कर  अरु थोड़ा सोच मे पड़ गया । क्योकि अरु कभी भी दीदी के घर नहीं गया था, ना हीं  वो किसी को जनता था । फिर वो लड़की क्या बोल रही है, पर अरु ने नहीं पूछा  कि वो मुझे कैसे जानती है ,अरु ने बात को थोड़ा बढ़ाया और कहा, मैं आप के गाँव आ रहा हूँ ,उसने काहा आ जाओ। बड़ा हि अजीब लगा,अरु ने सोचा कि अब तो दीदी के घर जाना हि चाहिए। और उस लड़की से मिलना हि चाहिए, क्यूँकि वो आवाज अरु के कानों मे कोई प्यारा सा संगीत घोल रही थी। वो बोली अरु को उस ओर आकर्सित कर रही थी। अरु ने अपने विचारो को वहीं रोका और जल्दी से बाय कहकर कॉल रख दिया । दीदी के घर जाने कि प्लानिंग करते हुए वह घर आ गया ।

क्या क्या अरु को वहाँ जाना चाहिए ?  हा या नहीं!

This story is completely fictional, it has nothing to do with any person, thing, or place.

 Want more - part 1

 He returned to his job but he does not feel like working as before.  He does something, happens something else, sits somewhere and thinks about someone throughout the day, he does not understand anything what to do.  Then I saw him worried.  I couldn't stop seeing him like this.  I asked him why is he so sad.  He told me everything till now.  That's where I am telling you all.

 His name is Aru. he is very happy today.  Unlike usual days, today is the beginning of something special for him. The morning sun is soaring in the east spreading red.  The bird is also chirping. The cold wind blowing is playing with the leaves of the trees. Aru has woken up early this morning.  Aru got ready after taking a bath because today is a very special day for him, 26th January, where the whole country is diving in the spirit of devotion.  He is gone. Only patriotic songs are being heard all around.  These pictures are looking very good.  On one hand Prakriti is spreading her happiness and on one hand this melodious music. She does not know how to convey this happiness to you people. Aru has come back to his village after about a year and six months.  It is natural for this happiness to be doubled.  Standing near the house, he is watching the rally of school children coming.  Children are walking in a queue and singing desh bhakti songs are progressing step by step.  Along with the rally, the elders and some of Aru's friends are also walking, Aru also joined that rally and reached the school.  First hoisted the flag in the school, it rained flowers, raised the tricolor chest in the sky, then sang the national anthem, then saluted the tricolor and everyone sat down in their places.  By now the sun has set and its sunshine is coming on everyone.  After sometime cultural programs started.  Small children are giving their own presentation, the joy of Ranga Rang program is very pleasant.  Then Prasad was distributed. Aru also took the Prasad and started moving towards the house.  Aru remembers her didi, pulled out the phone and called didi (she doesn't have a home phone, so calls have to be made in her neighbourhood.) After sometime the phone went off and some girl picked up the call, Aru gave her name.  Told and said I want to talk to Didi.  That girl said that you can not talk to Didi, you talk to me, Aru liked her voice very much, Aru said do you know me? She replied yes and said I know you and  I want to talk to you. Hearing this, Aru got a little thinking.  Because Aru never went to Didi's house, nor did he know anyone.  Then what is that girl saying, but Aru did not ask how she knew me, Aru extended the matter a little and said, I am coming to your village, why did he come.  It felt very strange, Aru thought that now he should go to Didi's house.  And that girl should be met, because that voice was playing some lovely music in Aru's ears.  That quote was attracting Aru towards that.  Aru stopped his thoughts there and quickly put the call by saying bye.  While planning to go to Didi's house, he came home.

 Should Aru go there?  yes or no!

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