सोमवार, जनवरी 31

चाहत और भी है-भाग 4 Want More - Part 4

यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।

चाहत और भी है-भाग 4

उस मेले के पास से उस शोरगुल के पास से एक लड़की जा रही है उसके हाथो मे एक बास का मोटा और लम्बा सा डंडा है। उसका एक पाव लंगडा रहा है। और वह उस डंडे के सहारे चल रही है।अरु ने उसे देखा। उसे ऐसा लग रहा है जैसे आसमान से कोई परी लंगडाते हुए उसकी ओर आ रही है। अरु कि नजरें उसके पैर पर थी उसने नजरों को ऊपर उठाया तो जाना कि उस परी के बाल उसकी कमर के ऊपरी भाग तक आ रहे है।उसके खुले हुए बाल हवा के साथ कोई खेल, खेल रहे है। उसके बालो का रंग सोने कि तरह दिखाई दे रहा है, जो धूप मे और भी ज्यादा चमक रहें  है। अरु ने उसी वक्त भगवान से मन हि मन कहा यदि ये लंगड़ी लड़की से मेरी शादी हो जाए तो भी कुछ गलत नहीं होगा। पर अभी तक अरु ने उसका चेहरा नहीं देखा है, चेहरा देखने के लिए अरु ने अपनी निगाहों को और ऊपर उठाया पर उसका चेहरा कुछ इस तरह से है कि कुछ हिस्सा जो अरु कि ओर का है वो बालो से ढका हुआ है और सर नीचे कि ओर झुका हुआ है । अब उसे देखने को अरु का मन बेचैन हो गया है। अरु के आस पास क्या हो रहा है सब भूल कर लगातार उस परी कि ओर देख रहा है वो धीरे-धीरे आगे वाले मोड़ तक चलि गई है। जहां से वो पूरी तरह दूसरी ओर मुड़ रही है ,इससे पहले उसने एक पल के लिए अरु कि ओर देखा, उसकी वो कातिल निगाहे बस कुछ छ्न के लिए अरु कि नजरों से मिली फिर कुछ देर तक अरु को कुछ होस हि नहीं रहा और वो वहाँ से धीरे-धीरे चली गई। अरु ने सोचा ओहो ये क्या हुआ ,मैं तो उसकी आँखो मे हि खो गया। मैंने तो उसका चेहरा भी नहीं  देखा ।अब क्या होगा पहचानुन्गा कैसे ,फिर सोचा लंगड़ी लड़की को पहचानने मे क्या परेसानी । श्याम तक फिर वहीं औरतों कि घिसी पिटी बातें उसने ये किया, उसने वो किया ,वो उसके घर मे घुस गई, उसने उसी के पति को मारा साड़ी का फाल नहीं बना और भी बहुत कुछ।धीरे-धीर श्याम हो गई दीदी भी आ गई अरु भी दीदी के आते हि वहाँ से उनके साथ आ गया, दीदी ने खाना पकाना शुरू कर दिया और पूछा कि तुम्हारा सफर कैसा था। अरु ने कहा सफर तो बहुत अच्छा रहा । पर फोन कौन सी लड़की उठाती है आप से उसने मेरी बात हि नहीं कराई । अरु को उसके बारे मे जानने कि इच्छा हो रही है इसलिए अरु ने ऐसा पूछा , जवाब भी मिला वो पीछे घर कि लड़की है उसका नाम  सारा है। उसका नाम भी पता हो गया । पर आड़ू ने उसे अभी तक देखा नहीं है। पर देखने कि इच्छा हो रही है आखिर वो कैसी दिखती है ।वो तो मुझे जानती है ना उसने तो मिलने आना था वो क्यूँ नहीं आयी ।इस तरह अरु तीन बातें एक साथ सोच रहा है। खाना खा रहा है। दीदी से घर परिवार कि बातें भी कर रहा है।  साथ हि साथ उस लड़की के बारे मे सोच रहा है जिसने फोन पर बात कि थी और उस लंगड़ी लड़की के बारे मे भी। दोनों को देखने कि चाहत अरु के मन मे है।ये सब सोचते हुए वो सो गया ।


This story is completely fictional, it has nothing to do with any person, thing, or place.

Want More - Part 4

 A girl is going from near that fair to that noise, she has a thick and long stick of a bass in her hands.  One of his legs is lame.  And she is walking with the help of that stick. Aru saw her.  He feels as if an angel from the sky is coming towards him limping.  Aru's eyes were on her feet. He raised his eyes to know that the angel's hair was coming up to the upper part of his waist. His open hair is playing some game with the wind.  The color of her hair looks like gold, which shines even more in the sun.  At the same time, Aru said in his mind to God that even if I get married to this lame girl, nothing will go wrong.  But till now Aru has not seen his face, Aru raised his eyes to see the face but his face is in such a way that some part which is on Aru's side is covered with hair and the head is down.  tilted to the side.  Now Aru's mind has become restless to see him.  Forgetting all that is happening around Aru, she is constantly looking at that angel, she has slowly moved to the next turn.  From where she is turning completely to the other side, before that she looked at Aru for a moment, her murderous gaze just met Aru's eyes for a few seconds, then for some time Aru could not feel anything and he  From there it slowly went away.  Aru thought oh what happened, I was lost in his eyes.  I didn't even see her face. Now what will happen, how will I recognize it, then I thought, what is the problem in recognizing a lame girl.  Till Shyam, she did this, she did that, she entered her house, she killed her husband, did not make a fall of the sari and much more. Slowly the sister became shy and also came  Aru also came with Didi as soon as she came, Didi started cooking and asked how was your journey.  Aru said that the journey was very good.  But which girl picks up the phone, she did not make me talk to you.  Aru is wanting to know about her, so Aru asked like this, also got the answer, she is the girl of the house behind, her name is Sara.  His name was also known.  But the peach hasn't seen him yet.  But there is a desire to see how she looks after all. She knows me or she had to come to meet me, why did she not come. In this way, Aru is thinking three things at once.  is eating food.  The house is also talking about the family with Didi.  Simultaneously thinking about the girl who talked on the phone and also about that lame girl.  There is a desire in Aru's mind to see both of them. Thinking all this, he fell asleep.

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