रविवार, जनवरी 30

चाहत और भी है-भाग 2 Want More - Part 2

यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।

चाहत और भी है-भाग 2


अरु ने घर आ कर खाना खाया और टीवी देखने लगा पर जैसे टीवी मे उसका कोई ध्यान हि नहीं है वो सिर्फ उस लड़की के बारे मे सोच रहा है। वो आवाज अरु के दिल और दिमाग दोनों को अपने कंट्रोल मे कर रही है अरु को ऐसा लग रहा है कि दोबारा कॉल करके पूछ ले , तुम्हारा नाम क्या है तुम क्या करती हो ,और भी बहुल कुछ ,पर क्या वो करें तो क्या करें पता नहीं। जिसकी आवाज इतनी प्यारी है वो कितनी प्यारी होगी।अरु ना जाने क्या क्या सोचता हैं आखिर वो एक लड़की हि तो है ,पहेली बार तो किसी लड़की से बात नहीं कि, कई बार कि है कई लड़कियों से बात करते है ,फिर उन सब के बारे मे कुछ क्यूँ नहीं सोचता, जिसे देखा भी नहीं, जिसे जानता भी नहीं,फिर क्यूँ उसके बारे मे सोच रहा हूँ। 

                         बेटा खाना खा लो, अरु को मम्मी ने आवाज दी । अरे ये क्या रात हो गई पता हि नहीं चला ।देखो  रात के नौ बज गए है।तुझे तो समय का भी पता नहीं है।कहीं मैं पागल तो नहीं हो गया। जल्दी से हाथ धोकर खाना खाने लगा और बोला, मम्मी मुझे दीदी के घर जाने कि इच्छा है, हा चलें जाना बाद मे, अरु ने कहा बाद मे क्यूँ ?कल हि जाने का मन है। फिर वापिस काम पर भी तो जाना है ।कब जाऊंगा फिर आप बताओ। माँ ने हा मे सर हिलाया। कुछ और बातें करते हुए अरु ने खाना का लिया और अब सोने के लिए बिस्तर पर आ गया। पर आज सो जाना अरु के लिए जैसे सबसे मुश्किल काम हो गया है ।एक तो घर आने कि खुशी दूसरी गणतंत्र दिवश कि खुशी और उस पर भी भारी उस लड़की कि आवाज। जो अरु को सोने नहीं दे रही है। कभी टीवी देखता कभी मोबाइल चलता कभी करवटे बदलता और इस तरह से वो रात बीती ।अरु कि जिंदगी कि सबसे लम्बी रात यही है। अरु सुबह जल्दी उठा और तैयारी शुरू कर दी ।दीदी के घर जाना है । घर पर तो कोई साधन है नहीं ,तो बस से हि जाना पड़ता है दीदी के घर ,उनका गाँव (समानगांव) अरु के गाँव (कुपजल) 45 कि.मी. दूर है।कुपजल से अरु बस मे बैठ गया । बस मे सीट पर बैठते हि नींद भी लग गई। बस का टिकट भी ले लिया है। सुबह के 10:30 बजे तक अरु समानगांव पहुँच गया। बस से उतरा और पहला कॉल उसी नंबर पर मिलाया। इस बार किसी औरत ने फोन उठाया। अरु ने कहा मैं यहां आ गया हूँ। मुझे दीदी के घर का पता नहीं पता ।फिर उसने कहा आप कि दीदी घर पे नहीं है वो खेत गई है, तूम मेरे बताए पते पर पूछते पूछते चलें जाना। फिर वह पता बताती है।


This story is completely fictional, it has nothing to do with any person, thing, or place
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 Want More - Part 2

 Aru came home and ate food and started watching TV, but as if he is not paying attention to TV, he is only thinking about that girl.  That voice is controlling both Aru's heart and mind.  No.  Whose voice is so sweet, she must be so cute. Aru don't know what do you think after all she is a girl  Why don't I think about something, which I have not even seen, which I do not even know, then why am I thinking about that.

 Son, eat food, mother gave voice to Aru.  Hey, what is the night, I do not know. Look, it is nine o'clock in the night. You do not even know the time. I have not gone crazy somewhere.  Washing hands quickly, he started eating food and said, Mom, I want to go to Didi's house, yes, let's go later, Aru said why later? I want to go tomorrow.  Then you have to go back to work too. Then you tell me when I will go.  Mother nodded her head.  While talking some more, Aru took the food and now went to bed to sleep.  But today falling asleep has become the most difficult task for Aru. One is the joy of coming home, the other is the joy of Republic Day and that girl's voice is heavy on her.  Who is not letting Aru sleep.  Sometimes watching TV, sometimes moving mobile, sometimes changing sides and in this way that night passed. Aru that this is the longest night of life.  Aru woke up early in the morning and started preparing. Have to go to Didi's house.  If there is no means at home, then one has to go by bus to Didi's house, her village (Samangaon) Aru's village (Kupjal) 45 kms.  It is far away. Aru sat on the bus from Kupjal.  While sitting on the seat in the bus, I also fell asleep.  Bus ticket has also been taken.  Aru reached Samagaon by 10:30 in the morning.  Got off the bus and dialed the first call on the same number.  This time some lady picked up the phone.  Aru said I have come here.  I do not know the address of Didi's house. Then she said that Didi is not at home, she has gone to the farm, you go on asking me at my address.  Then she tells the address.

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