रविवार, जनवरी 30

तुम्हे पाने कि चाहत


तुम्हें पाने कि चाहत नहीं है मुझे
मैं तुम्हारा हो जाना चाहता हूँ।
चाहे कितना भी गिरा दो तुम मुझे
उठ कर तेरे साथ चलना चाहता हूँ।

ज़माने का डर किस को लगता है यहाँ
मैं उसे हिम्मत दिलाना चाहता हूँ
जो भी है यहाँ का वो रहेगा हि यहाँ
नाम को तेरे नाम से जोड़ जाना चाहता हूँ।

हर ख्वाब तो पूरा किया है तुमने
बस एक ख्वाहिश बाकी है
तुम ना करो कोई और हि सही
हर चाहत को पूरी करना चाहता हूँ।

हर ठोकर को दिल से चाहा है मैंने
आखिर वो तुमने हि तो दी हैं
आज तक जो भी दिया है तुमने
हर वो लम्हा दोबारा चाहता हूँ।

हम सफर तो बहुत मिलेंगे राह मे
मुझे भी मिलेंगे और तुम्हें भी
जिस सफर का एक भी पल भुल ना पाये
उस सफर मे तेरा साथ चाहता हूँ।

I don't want to have you
 I want to be yours
 no matter how much you drop me
 I want to get up and walk with you.


 Who is afraid of time here?
 i want to give her courage
 Whoever is here, he will be here
 I want to associate the name with your name.


 every dream you have fulfilled
 only one wish left
 you don't do anyone else right
 I want to fulfill every wish.


 I have loved every stumbling block
 After all you have given it
 whatever you have given till date
 I want that moment again.


 We will meet a lot on the way
 I'll see you too
 The journey of which not a single moment can be forgotten.
 I want your support in that journey.


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