शुक्रवार, अप्रैल 8

चाहत और भी है-भाग 18 want more 18

यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।

चाहत और भी है-भाग 18

कुछ दिन तो सब सही रहा पर फिर सारा रस्मी दीदी कि सादी मे गई। सारा ने अरु को कॉल किया और रोते हुए बोलि- अरु मुझे डर लग रहा है। अरु- क्यूँ क्या हुआ? सारा - तीन दिन ज्यादा हो गए, अब तक बारिश नहीं हुई। लगता है कोई आने वाला है। मैं तो अब तक कुआरि हूँ। अरु - घब्रओ मत मैं आप के साथ हूँ। अभी थोड़ा इंतजार करो। यदि बारिश ना हुई तो मेरे पास आ जाना। सारा - हा ठीक है। उसके बाद सारा ने अरु से बात करना बंद कर दिया। अरु ने सारा से फिर बात करी । सारा - अरु बारिश हो गई है घबराने कि कोई बात नहीं। पर मैं अभी आप से बात नहीं कर सकती मैं सादी मे हूँ। अरु को लगा कि सादी मे परेशानी होती है। ये सोच कर उसने बात नहीं कि। सारा सादी से वापीस अपने घर आ गई। लेकिन  उसने बात करना हि बंद कर दिया है। अरु करें तो क्या करें उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा। सारा ने भले हि बात करना बंद कर दिया। अरु को अब भी लगता है कि सारा उससे हि प्यार करती है। पर वो बात क्यों नहीं कर रही ये अरु को समझ नहीं आया। अरु फोन करें तो उठती भी नहीं, यदि उठा भी लिया तो झगड़ कर फोन रख दे। कई कई बार तो उसका फोन बीजी भी रहता। पर अरु सब सहता गया। मैंने उसे रातो को रोते हुए देखा एक दिन पूछ लिया अरु क्या बात है? तुम रो क्यों रहे हो। अरु- यार सारा मुझसे बात हि नहीं करती मैं उसकी आवाज सुने बगैर रह हि नहीं सकता। मैंने तो केवल उससे हि प्यार किया। मैंने कभी भी किसी का भी ख्याल तक अपने मन मे नहीं लाया। फिर मेरे साथ ऐसा क्यूँ? मैंने कहा देखो ये दुनिया ऐसी हि है। सब खेल पैसों का है। तुम खिलाते पिलाते रहो सब कुछ तुम्हारे कंट्रोल मे रहेगा। और यदि तुमसे ज्यादा पैसे वाला कोई मिले तो! अरु - तो क्या मेरे भाई? मैंने कहा तुम भूल जाओ सब, कुछ प्यार व्यार कुछ नहीं होता , सब व्यापर होता है। मैंने उसे बहुत समझाया पर वो नहीं मना वो प्यार कि गहराई मे उतर गया है। अब वापिस कैसे आए मैं भी नहीं जनता। उसे लगता है कि मैं उसका दुश्मन हो गया हूँ। अरु कि हालत अलग सी है। वो सारा से बात करने के लिए अलग अलग नंबरों पर कॉल करता है। दीदी से बार बार बात कराने बोलता है। दूसरी दीदी से बात करने बोलता है। उसने सब करके देख लिया परिणाम कुछ नहीं निकल रहा। एक दिन समसम का फोन आया, उसने कहा तुम इस नंबर पर फोन मत लगाना। अरु ने कहा क्यूँ ना लगाउ और तुम होते कौन हो मुझे रोकने वाले।उसने अरु से कहा सारा मेरी गर्लफ्रेंड है और वह अरु से लड़ाई करने लगा। दोनों के बीच बहुत बहस हुई। अरु ने मुझे सब बताया। मैंने अरु को फिर समझाया। लेकिन अरु बोला मैं हार नहीं मानूंगा मैं फिर जाऊंगा उसे वापिस लाऊंगा। वो सिर्फ मेरी है। उसे कोई भी मुझसे नहीं छीन सकता। और सुबह होते हि वो ऑफिस चला गया।


This story is completely fictional, it has nothing to do with any person, thing, or place.


 Want more - part 18


 For a few days everything was fine, but then the whole ritual went to Didi's Saadi.  After going there he stopped talking to Aru.  Aru felt that Saadi was in trouble.  Thinking this, he did not talk.  Sara returned to her home from Saadi.  But he has stopped talking.  If he does, then what to do, he does not understand anything.  Even though Sara stopped talking.  Aru still feels that Sara is in love with him.  But Aru did not understand why she was not talking.  If you call Aru, he does not even get up, even if he picks it up, put up the phone after quarreling.  Sometimes his phone would remain BG too.  But Aru suffered.  I saw her crying at night and asked one day what is the matter?  Why are you crying.  Aru- Dude Sara doesn't talk to me, I can't live without hearing her voice.  I only loved him.  I never even brought anyone's thought in my mind.  Then why is this with me?  I said look, this world is like this.  All game is about money.  You keep on feeding and drinking, everything will be under your control.  And if you find someone with more money than you!  Aru - So what is my brother?  I said you forget everything is love and nothing happens, everything is business.  I explained to him a lot, but he did not refuse, he has gone deep in love.  Now I don't even know how to come back.  He feels that I have become his enemy.  Aru's situation is different.  He calls on different numbers to talk to Sara.  Asks to talk to Didi again and again.  Speaks to talk to another sister.  He has done everything and seen the result, nothing is coming out.  One day Samsam's call came, he said, don't call on this number.  Aru said why not lag and who are you to stop me. He told Aru that Sara is my girlfriend and he started fighting with Aru.  There was a lot of debate between the two.  Aru told me everything.  I explained to Aru again.  But Aru said, I will not give up, I will go again and bring him back.  She is mine only.  No one can take that away from me.  And in the morning went to the office.

previous                               next

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें