कविता लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
कविता लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, अप्रैल 15

चलता राही खुश है यारा

चलता राही खुश है यारा

बैठा वाला रोया करे

बहता पानी सीतल जल है

ठहरा तो सड़ जाया करे


धरती चलती सूरज चलता

चलते चंद्र सितारे

नदिया चलती पावन जल से

ठहरा समुदर खारा लगे


 जो चलती है तेज रोशनी

 उसके पीछे भागा करे

 चारो तरफ जो बैठा अँधेरा

 डर के मारे सहमा करे।


 धड़कन चलती लहू भी चलता

 छन छन चलता समय करें

 जो रुक जाये सांसे किसी की

 तन भी हमारा मारा करे


Chalta Rahi is happy man 

the sitting cry

 running water is flat water

  let it rot


 earth moving sun moving

 moving moon stars

 river running with pure water

 the sea seems salty


 the bright light that moves

 run after him

 the darkness that sits all around

 tremble with fear.


 The beating blood goes on

 filter while running

 someone who stops breathing

 kill us too


previous                                  next



गुरुवार, अप्रैल 14

घर का राजा हुआ करता था कभी

 घर का राजा हुआ करता था कभी

आज वो ज़माने का नौकर हो गया

कमाने को निकला था वो घर से

आज वो खुशियों से कंगाल हो गया


करता था गुड्डे गुड़ियो का ब्याह कभी

आज वो पैसों से मालामाल हो गया

चन्द खुशी मिली थी महोब्बत से उसे

उसका भी आज बुरा अंजाम हो गया


माता पिता का लाडला था वो कभी

आज वो धुत्तकार का गुलाम हो गया

बेखौफ थी उसकी जिन्दगी अब तक

लगता है आज उसका शिकार हो गया


 used to be the king of the house

 Today he has become a servant of the era

 He had come out to earn

 Today he became pauper with happiness


 Sometimes dolls used to marry dolls.

 Today he became rich with money

 He got some happiness from love

 he also got bad results today


 He was the beloved of his parents.

 Today he has become a slave to a sly

 her life was fearless

 Looks like he got victimized today



previous                                  next


मंगलवार, मार्च 1

मैं हिंदुस्तान का i am hindustani

मेरा दुःख इस बात से नहीं कि तुम क्या क्या करते।
दुःख इस बात से हैंं तुम्हें जो करना है वो नहीं करते।

ना पोलीटीकल पार्टियों से है
ना सरकारी ऑफिसरों से है
ना बड़े बड़े दानिस्वरो  से है
मेरी शिकायत हर हिन्दुस्तानी से है।
मेरा दुःख इस बात से नहीं कि तुम क्या क्या करते।
दुःख इस बात से हैंं तुम्हें जो करना है वो नहीं करते।

इतना पैसा छुपाकर कहा ले कर जाएँगे।
इतना बोझ दिल पर रख कर कहा जाएँगे।
देश का थोड़ा भला तो कर हि सकते है।
गरीबी से निकाल दो तुम भगवान बन जाएँगे।
मेरा दुःख इस बात से नहीं कि तुम क्या क्या करते।
दुःख इस बात से हैंं तुम्हें जो करना है वो नहीं करते।

मैं इस जाती का तू उस जाती का
मैं शहर का हूँ भाई तू तो गाँव का
बाट कर लकीरो मे क्या मिलेगा देश को
सब हाथ पकड़कर कहो मैं हिंदुस्तान का
मेरा दुःख इस बात से नहीं कि तुम क्या क्या करते।
दुःख इस बात से हैंं तुम्हें जो करना है वो नहीं करते।

My sorrow is not about what you do.
 The sorrow is that you do not do what you want to do.

 not from political parties
 not from government officials
 nor is it from the great
 My complaint is with every Indian.
 My sorrow is not about what you do.
 The sorrow is that you do not do what you want to do.

 Where would you go by hiding so much money?
 Putting such a burden on the heart, it will be said.
 You can do a little good for the country.
 Get out of poverty you will become God.
 My sorrow is not about what you do.
 The sorrow is that you do not do what you want to do.

 I belong to this caste, you belong to that caste
 I am from the city brother you are from the village
 What will the country get by dividing the lines?
 Holding everyone's hand say that I belong to India
 My sorrow is not about what you do.
 The sorrow is that you do not do what you want to do.

previous                                  next


रविवार, फ़रवरी 6

काम तो हर हाल में होगा।

काम तो हर हाल में होगा।

खुश रहो तो भी
दुखी हो तो भी
आमिर हो तो भी
गरीब हो तो भी

जीना तो हर हाल में होगा
काम तो हर हाल मे होगा
 
जिंदगी को कटना
जिंदगी को बिताना
ये तो बहाने है सब
हार जाने के

लड़ना तो हर हाल में होगा।
काम तो हर हाल में होगा।

खुशी मन से करो।
या मजबूरी में करो
रो रो कर करो
या मस्कुरा कर करो।

समय भी एक मजबूर होगा।
काम तो हर हाल में होगा।

previous                                  next


शनिवार, फ़रवरी 5

बरसते मेघो के बीच amidst the raining clouds

....ॐप्रमकथाॐ.....

देखा मैने उस परि को,
बरसते मेघो के बीच!
.
मिली नजरे नजरो से,
तो बिजली कड़की, बढ़ाया हाथ जो उसने तो,
देखा मैने उस परि को,
गरजते मेघो के बीच!
देखा मैने उस परि को,
बरसते मेघो के बीच!
.
लहराया आँचल जो अपना,
चल पड़ी शितल हवाय,
छुआ प्यार से उसने तो,
देखा मैने उस परि को,
भिगते हुये मेघो के बीच!
देखा मैने उस परि को,
बरसते मेघो के बीच!
.
घीर घीर आए बादल,
जैसे बालो को झटका,
गले से लगाया अपने तो,
देखा मैने उस परि को,
भिगे कपड़ो के बीच!
देखा मैने उस परि को,
बरसते मेघो के बीच!

रविवार, जनवरी 30

तुम्हे पाने कि चाहत


तुम्हें पाने कि चाहत नहीं है मुझे
मैं तुम्हारा हो जाना चाहता हूँ।
चाहे कितना भी गिरा दो तुम मुझे
उठ कर तेरे साथ चलना चाहता हूँ।

ज़माने का डर किस को लगता है यहाँ
मैं उसे हिम्मत दिलाना चाहता हूँ
जो भी है यहाँ का वो रहेगा हि यहाँ
नाम को तेरे नाम से जोड़ जाना चाहता हूँ।

हर ख्वाब तो पूरा किया है तुमने
बस एक ख्वाहिश बाकी है
तुम ना करो कोई और हि सही
हर चाहत को पूरी करना चाहता हूँ।

हर ठोकर को दिल से चाहा है मैंने
आखिर वो तुमने हि तो दी हैं
आज तक जो भी दिया है तुमने
हर वो लम्हा दोबारा चाहता हूँ।

हम सफर तो बहुत मिलेंगे राह मे
मुझे भी मिलेंगे और तुम्हें भी
जिस सफर का एक भी पल भुल ना पाये
उस सफर मे तेरा साथ चाहता हूँ।

I don't want to have you
 I want to be yours
 no matter how much you drop me
 I want to get up and walk with you.


 Who is afraid of time here?
 i want to give her courage
 Whoever is here, he will be here
 I want to associate the name with your name.


 every dream you have fulfilled
 only one wish left
 you don't do anyone else right
 I want to fulfill every wish.


 I have loved every stumbling block
 After all you have given it
 whatever you have given till date
 I want that moment again.


 We will meet a lot on the way
 I'll see you too
 The journey of which not a single moment can be forgotten.
 I want your support in that journey.


previous                                  next




रविवार, सितंबर 8

चन्द्र यान 2

चाँद तेरी गोद में मै तो समाया
खुशीयो को तेरी सह नहीं पाया।

दौड़ा तेरी ओर डोर छोड़कर
भूल गया मै,मुझे किसने बनाया।
देखा एक बार हि पीछे मुड़कर
आशा है मुझसे,मै जान नहीं पाया।

सो गया हूँ चैन से तेरे ऑचल मे मै
घूम घूम कर साथी देख राहा मेरा
गया था चन्द्र कि सैर कराने को मै
छोड़ गया आसमान मे मै अपना साया।


जो किया मैंने क़ाबिले तारीफ़ था
जो न कर सका मिली उसकी सजा
ये मेरे मालिक मुझे फिर से जगा
दे मुझे आदेश कि मै आग लगाया।


next