मंगलवार, फ़रवरी 8

जीवन अनमोल life is precious

यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।

जीवन अनमोल है।

कितनी मेहनत कि होगी उस शिल्पकर ने उस मूरत को तरासने मे, एक निर्जीव पत्थर को इस लायक बनाना कि जिसे देख कर लगे कि बस ये अभी कुछ कहने लगेगी, ऐसी अदभुद कला या उसकी मेहनत या उसकी लगन है । मैं सोचता हूँ यदि एक पत्थर को सजीव सा बनाने मे वो सिल्पकार कभी भी नहीं चाहेगा कि उसकी कला उसके सामने नस्ट हो । बार बार इसे देखेगा ख़ुश होगा लॉगो से अपनी तारीफ सुनना चाहेगा। उसकी ये सोच है तो उस परमात्मा कि क्या सोच होगी जिसने तुम्हें आत्मा (जान) दी। वो माता पिता तुम्हारे लिए क्या सोचते होंगे जिन्होंने तुम्हारे शरीर को तराशा है ,तुम्हें सामने देख कर उन्हें क्या ख़ुशी मिलती होगी,  ये पूरी कायनात जो तुम्हारा पालन पोषण करती है, हवा तुम्हारे स्वास से होकर तुम्हें सुगंध का अनुभव कराती है भोजन तुम्हें ऊर्जा प्रदान करता है मौसम आप की जिंदगी को उबने से दूर करता है रात शीतलता देती है। 

सब ने मिल कर जो तुम्हारी सुंदर काया बनायीं है तुम इसे क्यूँ खोना चाहते हो वो भी समय से पहले।

उसने कहा- मेरी जिन्दगी मे कुछ नहीं रहा मैं जिसे चाहती हूँ वो मुझे छोड़ कर चला गया उसे मेरी कोई परवाह नहीं उसने मुझसे कई वादे किए सब तोड़ दिए मैं उसके बिना नहीं जी सकती आपकी बातों का मुझ पर कोई भी असर नहीं होगा तुम चलें जाओ।

मैंने कहा- हा तुमने सच हि कहा हो सकता है मेरी बातों का तुम पर कोई असर नहीं होगा तुम्हार दिल जो टूट गया है ।और तुम आज मर भी जाना मैं तुम्हें रोक नहीं रहा और ना हि मैं आपके मम्मि पापा को मरने से रोकूंगा ।

उसने कह- वो क्यूँ मरेगे उनका किसी ने दिल नहीं तोड़ा।

मैंने कहा -क्यूँ तुम तो उनका दिल तोड़ने जा रही हो, जो छोड़ गया उसके लिए तुम मरोगी तो जो लोग तुम्हें बचपन से प्यार करते है उन लोगोें ने भी तुम्हारे बाद मरना चाहिए, फिर वो सब ने भी मरना चाहिए ,जो तुम्हारे माता पिता से प्यार करते है। अरे ये तो सब के साथ धोखा है । भाई तुम्हारा क्या सपने सजाये बैठे है बहन है सब को तुमसे उम्मीदें है । आशाएं है।

वो बोली- तो मैं क्या करुँ सब को एक ना एक दिन मरना हि है सो आज हि सही।

मैं बोला- मरना तो सब को है  मुझे भी और अकेले हि मरना है कोई साथ नहीं देगा मरने मे। लोग जीते जी साथ नहीं देते तो मरते मे क्या साथ देंगे और आज आप मर भी जाओगि तो फिर वापिस दोबारा नहीं आ सकती ये धरती ये आसमा ये बादल देखो उस पेड़ को कितना सुन्दर है ये फिर कभि नहीं देख सकती।और दुनिया मे एक व्यक्ति वोही नहीं है जिसे तुम प्यार करो ये सारी कायनात तुमसे प्यार करने को बेकरार है बस तुम एक बार देखो तो सही।

उसने मुस्कुराते हुए कहा-तुम्हरि ओर या ये पत्थर पहाड़ कि ओर

मैं भी मुस्कुराते हुए- दोनों एक से है चाहे जिसे चुन लो बस मौत को नहीं।


This story is completely fictional, it has nothing to do with any person, thing, or place.


life is precious.

How much effort will that craftsman put into carving that idol, to make an inanimate stone worthy of being able to see that it will just start saying something, is such a wonderful art or its hard work or its dedication.  I think that if the craftsman in making a stone alive would never want his art to be destroyed in front of him.  Will be happy to see it again and again and would like to hear its praise from the logo.  If he has this thinking, then what would be the thinking of that God who gave you soul (life).  What would those parents think for you, who have carved your body, how happy they must have been to see you in front, this whole universe that nurtures you, the air through your breath makes you feel the aroma, food gives you energy  Does the weather take away your life from boiling, the night gives coolness.


 Everyone has made your beautiful body together, why do you want to lose it too prematurely.


 She said - there is nothing in my life, the one I want left me, he doesn't care about me, he broke all the promises he made to me, I can not live without him, your words will not have any effect on me, you go  Go.


 I said - yes you may have said the truth, my words will not have any effect on you, your heart which is broken. And even if you die today, I am not stopping you and neither will I stop your mother and father from dying.


 He said - why would he die, no one broke his heart.


 I said - why are you going to break their heart, you will die for the one who left you, then those people who love you from childhood should also die after you, then all those who were your parents should also die  loves to  Oh this is a hoax on everyone.  Brother, what are your dreams, sister is sitting, everyone has hopes from you.  There are hopes.


 She said - so what should I do, everyone has to die one day or the other, so today it is right.


 I said - everyone has to die, I too have to die alone and no one will support me in dying.  If people do not support you while you are alive, what will you support in death and if you die today, then you cannot come back again, this earth, this sky, look at this cloud, how beautiful that tree is, it can never see it again. And one person in the world  It is not the one whom you love, this whole universe is desperate to love you, just if you look once, it is right.


 He smiled and said - towards you or this stone towards the mountain


 Me too smiling - both are from the same no matter whom you choose, not just death.


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