यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।
चाहत और भी है-भाग 20
Seeing Sara's tears flowing, Aru's heart melted, but now his ego has come in the middle. He was not wiping Sarah's tears even after wishing. Aru's faith is now broken. But Sara has regrets too, Aru knows this. Still, how can the love that has been broken be reconnected? Aru picked up his bag and came to Didi's house. Didi came back home to Shyam, then she cooked food, everyone slept after having food. The next day Sara wakes up Aru. There is no one in the house. Sister has gone to work. Sara kept trying to persuade again and again but what Aru should do, she could not understand anything. Sara tried her best to convince Aru. Then Sara heated the water and made Aru take the water bath as usual. He said that the water has been removed, take a bath. Aru went to the bath without saying anything. Sara also went back and forth. And asked me to come to the bath to bathe you. Aru refuses. Sara went back to the house crying. Aru started thinking how did I become so cruel. All such questions kept scratching his mind. And he was done taking a bath. He put on clothes, then went to sleep while eating and using his mobile phone. Because started the work of demolishing the old house to build a new house. Aru didi and Sara's mother and aunt all engaged in the same work. Half of the house was demolished by the time Shyam. Aru and didi stayed in Sara's house today. Food After eating everyone started sleeping. Aru saw Sara writing something on a paper. Aru tried to see but Sara hid the paper. Aru again came back to his place. After sometime Sara gave that paper to Aru. It is written in it. Kissing on the lips. Sara got up in panic. But seeing Aru in front, she became restless. Aru asked Sara to do the hardest work till now. Aru said everyone is in the house now. You have to have this onion now. All the skins have to be taken off. If you can, I will make your wish come true. Sara started looking a look into Aru's eyes and a One by one layer by layer started peeling off. He took off all the peels and threw them away. At this time there is neither fear nor shame, if there is anything, then only the test which both of them have completed. Aru filled colors in all the skins in such a way that Sara fulfilled her wish which was written in that paper.
सारा के बहते आंसूओं को देख कर अरु का दिल पिघल गया, पर अब उसका ईगो बीच मे आ चुका है। वो चाह कर भी सारा के आंसू नही पोछ रहा। अरु का विश्वाश अब टूट गया है। लेकिन सारा को पछतावा भी है, अरु ये जानता है। फिर भी जो प्यार कि डोर टूट गई है उसे कैसे जोड़ सकते है? अरु ने अपना बैग उठाया और दीदी के घर आ गया। दीदी श्याम को घर वापिस आयी फिर उसने खाना बनाया सबने खाना खा कर सो गए। अगले दिन सारा ने अरु को जगाया। घर मे कोई नहीं है। दीदी काम पर जा चुकी है। सारा बार बार मनाने कि कोशिश करती रही पर अरु क्या करें उसे कुछ भी नहीं समझ में आ रहा। सारा ने अरु को मनाने कि बहुत कोशिश की हर संभव प्रयास किया। फिर सारा ने पानी गरम किया और अरु को हमेशा कि तरह पानी नहाने को निकाल कर दिया। उसने कहा अरु पानी निकाल दिया है नहा लो। अरु बिना कुछ कहे नहाने गया। पीछे-पीछे सारा भी गई। और पूछा नहानी मे आ जाऊ आप को नहलाने। अरु ने मना कर दिया। सारा रोती हुई वापिस घर मे चली गई। अरु सोचने लगा आखिर मैं इतना निर्दयी कैसे हो गया। ऐसे तमाम सवाल उसके मन को खरोचते रहे।और उसका नहा कर हो गया। उसने कपड़े पहने फिर खाना और मोबाईल चलाते हुए सो गया।(उ'-- ;@ते +9 ;@५@६८ !@-८ +@ #@(त८ इस तराह श्याम हो गई। अगले दिन दीदी काम पर नहीं गई क्योंकि नया घर बनाने के लिए पुराने घर को तोड़ने का काम शुरू किया। अरु दीदी और सारा कि माँ और बुआ सब उसी काम मे लग गए। श्याम होते होते आधा घर तोड़ दिया। अरु और दीदी आज सारा के घर मे हि रुके। खाना खाने के बाद सब सोने लगे। अरु ने देखा सारा एक कागज मे कुछ लिख रही है। अरु ने देखने कि कोशिश कि पर सारा ने कागज छुपा लिया। अरु फिर अपनी जगह आ गया। कुछ देर बाद सारा ने वो कागज अरु को दिय। उसमें लिखा है। (अरु आप चाहो भले हि मुझे छोड़ दो मैं आप को कभी नहीं भूलूंगी प्लीज मुझे माफ़ कर दो । और मेरी आखिरी इच्छा पूरी कर दो।) सब सो गए पर अरु को नींद नहीं आयी। उसने आधी रात सारा को जगाया ओठों पर किस करते हुये। सारा घबरा कर उठ गयी। पर अरु को सामने देख वो सांत हो गई। अरु ने अब तक का सबसे कठिन काम सारा को करने कहा। अरु बोला घर मे अभी सब लोग है। आप को अभी इस प्याज के सारे छिल्के उतारने है। यदि आप कर सको तो आप कि इच्छा पूरी कर दूँगा। सारा ने अरु कि आँखो मे एक टक देखना चालू किया और एक एक करके परत दर परत छिल्के उतारने लगी। उसने सारे छिल्के उतार कर फेक दिए। इस समय ना तो डर है ना तो शर्म है बस कुछ यदि है तो सिर्फ परीक्षा जिसे दोनों ने पूरा किया। अरु ने बिजली के सभी स्वीच ऑफ कर दिए। रात के अँधेरे मे उन्होंने रंग भर दिए। इस तरह अरु ने सारा कि वो इच्छा पूरी कि जो उस कागज मे लिखी है।