शुक्रवार, मार्च 15

तन्हा कटे ना सफ़र

ज़िंदगी चलती रही इस कदर।
जिंदगी चलती रही इस कदर।
तन्हा कटे ना सफ़र,
जिंदगी चलती रही इस कदर।
तन्हा कटे न सफ़र।
1
ना तुझको पाया ना तुझको भुला।
ना तुझको पाया ना तुझको भुला।
याद करता रहा हर पहर,ह.......
जिंदगी चलती रही इस कदर।
तन्हा कटे न सफ़र।
2
कभी इस गली में कभी उस गली में।
कभी इस गली में कभी उस गली में।
तुझको ढूंढा सनम दर बदर,ह......
जिंदगी चलती रही इस कदर।
तन्हा कटे न सफ़र।
3
तुम बिन हूं अब मैं तो अकेला।
सावन में लग गया पतझड़ का मेला।
तुम बिन हूं अब मैं तो अकेला।
सावन में लग गया पतझड़ का मेला।
क्यू मुझ पे टुटा कहर,ह.............
जिंदगी चलती रही इस कदर,
तन्हा कटे न सफ़र।

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