यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।
चाहत और भी है-भाग 19
History is witness, when ideas do not meet, thinking changes. Relationships break down. When Bali took away Sugriva, it ended. Ravana took away Vibhishana. That too came to an end. But Aru is neither ready to get away from Sara nor does she want to let Sara go away. Aru went to the office, he took leave by filling the foam. On the same day he left for Samangaon. Aru is not liking anything now at the station where the train is settled there. There is nothing in his heart and mind except Sarah. Drought, heat and frightening scenery all around. The leaves of the trees have dried up and fallen, there is only wood and stone in the forest, hill. When the train passes through a city through the forest, there is no one to be seen. The heat is so much that people are not coming out of their homes. Whether the house is the house, the forest or the field, there is silence everywhere. It is as if the whole earth is burning in fire. Aru reached Samangaon at 9 in the morning after completing the day and night journey. After sometime he came in front of Sara's house. Hi Sanson and some friends are sitting near Sara's house. Aru got angry seeing them. Aru drank his anger. and entered Sarah's house. He saw Sara is sweeping. Aru now went and stood in front of him. Sara also stood up. Sara started looking at Aru a tuck. Suddenly all the happiness disappeared from his face. There is no fear but love for Aru in his eyes. Aru felt that Sara should not be afraid of me. Leaving his anger behind, Aru hugged Sara. He felt that there is no movement in Sara's body, she has become completely empty. Lifeless c. Her mother-in-law is slow. There is no heartbeat. Maybe he didn't even imagine this scene, Aru didn't either. There is only silence on both sides as if there is a sign of a storm coming. Aru pushes Sara away. And said bring me water. Sara brought water in the glass without saying anything. His hands and feet are trembling. Aru, like every time, took the water back to Sara. Sara threw that water. But it didn't happen every time. Sara also used to rub Aru's false water and return it to Aru. Then Aru was the father of complete water. Only Sara knows how this rift came in such a deep love. Sara left the broom there and sat down to cook food near the stove. Aru took out his mobile and narrated the recording of the conversation with Sanson to Sara. Sara started crying. Tears could not stop from his eyes. Not saying anything, only crying.
इतिहास गवाह हैं, जब विचार नहीं मिलते , सोच बदलती है। रिश्ते टूट जाते है। बाली ने सुग्रीव को दूर किया, तो उसका अंत हुआ। रावण ने विभिषण को दूर किया। उसका भी अंत हुआ। लेकिन अरु ना तो सारा से दूर होने को तैयार है और ना सारा को दूर जाने देना चाहता है। अरु ऑफिस गया, उसने लीव फोम भर के छुट्टी ली। उसी दिन समानगांव के लिए निकल गया। वहीं बसे वहीं रेल वहीं स्टेशन पर अरु को अब कुछ भी नहीं भा रहा। उसके दिल और दिमाग मे सारा के आलावा कुछ नहीं। चारों ओर सूखा, गर्मी और भयावह दृश्य। पेड़ो के पत्ते सूख कर झड़ गए है, जंगल, पहाड़ी मे केवल लकड़ीया और पत्थर है। जब रेल जंगल से होती हुई किसी शहर से गुजरती है, वहाँ भी कोई नहीं दिखता। तपिस इतनी है कि लोग अपने घर से बाहर हि नहीं आ रहे। क्या घर क्या मकान जंगल हो या मैदान सब ओर सन्नाटा पसरा है। ऐसा लग रहा है जैसे पूरी धरती आग मे जल रही है। अरु दिन और रात का सफर पूरा करके, सुबह नौ बजे सामानगांव पहुंचा। कुछ हि देर मे सारा के घर के सामने आ गया। सारा के घर के पास हि सनसन और कुछ दोस्त बैठे है। उन्हें देख अरु को गुस्सा आया। अरु अपने गुस्से को पी गया। और सारा के घर मे प्रवेश किया। उसने देखा सारा झाड़ू लगा रही है। अरु अब उसके सामने जा कर खड़ा हो गया। सारा भी खड़ी हो गई। सारा अरु को एक टक देखने लगी। उसके मुख से अचानक सारी खुशी गायब हो गई। उसकी आँखो मे अरु के लिए प्यार नहीं डर दिखाई दे रहा है। अरु को लगा सारा को मुझसे डर नहीं लगना चाहिए। अपने गुस्से को पीछे छोड़ अरु ने सारा को गले से लगा लिया। उसने महसूस किया कि सारा के शरीर मे कोई भी हलचल नहीं है वो एकदम शून्य हो गई है। बेजान सी। उसकी सास एक दम धीमी है। धड़कन तो है हि नहीं। शायद उसने इस मंजर कि कल्पना भी नहीं कि होगी, अरु ने भी नहीं कि थी। दोनों तरफ सिर्फ खामोशी जैसे किसी तूफान के आने का संकेत हो। अरु ने सारा को दूर धक्का दिया। और कहा मेरे लिए पानी ले आओ। सारा बिना कुछ कहे गिलास मे पानी ले आयी। उसके हाथ और पैर काँप रहे है। अरु ने हर बार कि तरह, पानी जूठा करके सारा को वापिस किया। सारा ने उस पानी को फैक दिया।लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता था। अरु के झूठे पानी को सारा भी जूठा करके अरु को वापिस करती थी। फिर अरु पूरा पानी पिता था। इतने गहेरे प्यार मे ये दरार कैसे आ गई ये तो केवल सारा हि जानती है। सारा ने झाड़ू वहीं छोड़ कर चुल्हे के पास खाना बनाने बैठ गई। अरु ने अपना मोबाईल निकाला और सनसन से हुई बात कि रिकोर्डिंग सारा को सुनाई। सारा रोने लगी। उसकी आँखो से आंसू नहीं थम रहे। कुछ बोल नहीं रही केवल रोये जा रही है।