यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है इसका किसी भी वेक्ति , वस्तु , या स्थान से कोई सम्भन्ध नहीं है।
चाहत और भी है-भाग 22
Sara and Aru talking on the phone. Aru your didi broke my mangalsutra and took it away. I love you very much. Why did he do this? I will always love you no matter what happens. You leave me it can happen but I leave you it can never happen. As long as there is a beat in my heart, every mother-in-law is in your name. Aru- First of all you stop crying. Now tell me, I came to meet you in the field but you have not met and I kept waiting for you all night. In the end I had to return disappointed. why did you do this to me? Do you know from how far I have come? Anyway, your last wish has come true, isn't it? Have you considered human emotion as a toy? Whenever I wanted to play my mind, I threw it away whenever I wanted. Sara - Forgive me Aru, I made a mistake. But I can't forget you. I was never going to take him off. Even though the mangal thread broke through my neck, I am my husband myself. And always will be. Aru- So you tell how can the relationship progress? And how can you be sure that you will never cheat again? Sara - Despite everyone, I have completed your test, do you still not trust me? I am still ready to accept everything you say. Tell me what to do now? Aru - OK, I agree with you on everything. But it is not easy to be trusted. Now even if we increase the relationship in some way, now a knot has formed in it. I don't know about you but I will always love you. I love you.
सारा और अरु फोन पर बात करते हुए। अरु आप कि दीदी ने मेरा मंगलसूत्र तोड़ कर ले गई। मैं आप से बहुत प्यार करती हूँ। उन्होंंने ऐसा क्यू किया? मैं आप को हमेशा चाहती रहूंगी चाहे कुछ भी हो जाए। आप मुझे छोड़ दो ये हो सकता है पर मैं तुम्हें छोड़ दूँ ये कभी भी नहीं हो सकता। मेरे दिल मे जब तक धड़कन है हर सास आप के नाम कि है। अरु- पहले तो आप रोना बंद किजिये। अब आप बताओ मैं आप से खेत मे मिलने आया था पर आप मिले हि नहीं और मैं सारी रात आपका इंतजार करता रहा। अंत मे मुझे निराश होकर लौटना पड़ा। आप ने मेरे साथ ऐसा क्यू किया? आप को मालूम तो है ना कितनी दूर से आया हूँ। वैसे भी आप कि आखिरी इच्छा तो पूरी हो गायी है ना? आप ने इंसान कि भावना को खिलौना समझा है क्या? जब मन चाहा खेल लिया जब चाहा उठाकर फैक दिया। सारा - मुझे माफ़ कर दो अरु, मुझसे भूल हो गई। पर मैं आपको नहीं भूल सकती।मैं कभी भी उसे उतारने वाली नहीं थी।भले हि मेरे गले से मंगल सूत्र टूट गया, पर मेरे आप हि पति है। और हमेशा रहोगे। अरु- तो आप बताओ कि रिश्ता आगे कैसे बढ़ सकता है? और भरोसा कैसे होगा कि आप फिर धोखा नहीं दोगी? सारा - सबके होते हुए मैंने आपकी परीक्षा पूरी कि है क्या अब भी आप को मुझपे भरोसा नहीं। मैं अब भी आपकी हर बात मानने को तैयार हूँ। कहो मुझे अब क्या करना है? अरु - ठीक है मैं आप कि हर बात मान लेता हूँ। लेकिन भरोसा होना आसान नहीं। अब हम भले हि किसी तरह से रिश्ते को बढ़ाये अब उसमें गाठ तो बन गई है। आप का तो पता नहीं पर मैं आप को हमेशा प्यार करता रहूँगा। आई लव यू।