रविवार, अक्तूबर 13

फुल फेस नी देखा तेरा

फुल फेस नी देखा तेरा।
आंखें ही तो देखी रे।
चाल डाल से लागे गोरी।
मने तू देसी छोरी रे।

गोरे बदन पर लाल कुर्ती।
चुन्नर ही तो देखी रे।
नैना तेरे कजरारे से।
फंसा में इनमें पोरी रे।

स्कूटी से चाले मैडम।
परी से उड़ती जाए रे।
चेहरे पर नकाब लगाया।
बिंदी ही तो देखी रे।

लव सब की तू गपशप करती।
कुड़िए तू इस्मार्ट रे।
झांसा देती पास ना आती।
बेबी तू बदमाश रे।

previous                               next

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें