बुधवार, नवंबर 20

शायरी RS7

की ना है जाम हाथ में
फिर भी मैं पी रहा हूं
नशा ये शराब का नहीं
तेरे प्यार में जी रहा हूं

मुकद्दर मे दो घूंट ही सही
तेरे लबों से पि रहा हूँ।
नशा ये शराब का नहीं
तेरे प्यार में जी रहा हूं

नजरें मिलाय बैठे हो तूम
अब आंखों से पी रहा हूं
नशा ये शराब का नहीं
तेरे प्यार में जी रहा हूं

कमाल कि है ये जवानी भी
आज जिस्म से पी रहा हूं
नशा ये शराब का नहीं
तेरे प्यार में जी रहा हूं

Is there no jam in hand?
 still i drink
 Intoxication is not of alcohol
 living in your love

 Only two sips is right in the case
 I am drinking from your lips.
 Intoxication is not of alcohol
 living in your love

 you are sitting with your eyes
 now drinking through my eyes
 Intoxication is not of alcohol
 living in your love

 Amazing that this youth is also
 I am drinking today
 Intoxication is not of alcohol
 living in your love

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